स्वयं सहायता समूह में रोजगार: बिना पढ़ी-लिखी महिलाओं को ये 10 नौकरियां मिलेंगी समूह में, जाने क्या करना होगा

स्वयं सहायता समूह में रोजगार – नमस्ते दोस्तों आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं स्वयं सहायता समूह में रोजगार किस प्रकार से पा सकते हैं। अगर आप एक महिला है और ग्रामीण क्षेत्र में स्वयं Swayam Sahayata Samuh पाने के लिए इच्छुक है तो मैं आपको स्वयं सहायता समूह के बारे में काफी डिटेल से जानकारी दूंगा और बताऊंगा कि इस स्वयं सहायता समूह में महिलाओं के लिए ऐसी कौन-कौन सी नौकरी है जो महिलाएं आराम से कर सकती हैं।

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अगर आप एक ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिला है तो आप Swayam Sahayata Samuh के बारे में जानते ही होंगे, स्वयं सहायता समूह को अंग्रेजी में Self Help Group बोलते हैं। इस समूह में करीब 10 या फिर 12 महिलाएं मिलकर एक समूह बनाती है और इस समूह के माध्यम से वह अनेकों तरह की सुविधा सरकार से लेती है और आत्मनिर्भर होती है। इस योजना को सरकार के द्वारा चलाया जाता है और सरकार का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास है। 

तो अगर आप एक ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले महिला है और स्वयं सहायता समूह में रोजगार की तलाश कर रहे हैं तो आज के छोटे से लेख में मैं आपको स्वयं सहायता समूह में नौकरी कैसे पाएं के बारे में काफी डिटेल में जानकारी देने वाला हूं और मैं आपको बताऊंगा कि इस नौकरी को पाने के लिए आपके पास कौन-कौन से दस्तावेज होने चाहिए कौन-कौन से शैक्षणिक योग्यता आपके पास होने चाहिए एवं आपको स्वयं सहायता समूह में कौन-कौन सी नौकरी प्राप्त हो सकती है।

स्वयं सहायता समूह के बारे में.

योजना का नामस्वयं सहायता समूह
आर्टिकल का नामस्वयं सहायता समूह में रोजगार
इसकी शुरुआत 2007
उम्मीदवार का उम्र18 वर्ष से अधिक
आवेदन प्रक्रिया ऑफलाइन
लोकेशनभारत में ग्रामीण क्षेत्र
समूह का टोल फ्री नंबर1800-180-5999
समूह का ऑफिशियल वेबसाइटnrlm.gov.in
वेबसाइट का ग्रुपअभी ज्वाइन करें.

 

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दोस्तों Swayam Sahayata Samuh को छोटे शब्दों में SSG बोलते हैं और इस समूह की स्थापना 1970 ईस्वी में हुई थी। इस समूह का उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक उद्देश्य से जुड़ा हुआ है इसके जरिए भारत सरकार ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूह में महिलाओं को रोजगार भी दिया जाता है और इसके लिए उन पर काफी आरक्षण भी मिलता है और हमें मालूम है कि आप में से बहुत सारे महिला होंगे जिसको यह बात मालूम नहीं होगी। 

सरकार उन स्वयं सहायता समूह को काफी ज्यादा नौकरी प्रदान करती हैं जो की नियमित रूप से कार्य कर रही है एवं सभी नियमों का पालन कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूह में गठन के तीन महीने के बाद ₹1500 दिए जाते हैं और इसके बाद 6 महीने के बाद रोजगार करने के लिए आपको ₹15000 दिए जाते हैं। स्वयं सहायता समूह को चलाने के लिए मुख्य तीन लोग होते हैं जिसका नाम कुछ इस प्रकार से रखा जाता है पहला अध्यक्ष, दूसरा कोषाध्यक्ष, तीसरा समूह का सचिव होता है।

आप में से ऐसे बहुत सारे महिलाएं होंगे जिन्हें स्वयं सहायता समूह में रोजगार किस प्रकार से पाते हैं उनके बारे में मालूम नहीं होगा। इस समूह के माध्यम से महिलाओं को अध्यक्ष की नौकरी दी जाती है, सचिव की नौकरी भी मिलती हैं, वहीं बिजली सखी की नौकरी जैसे और भी अन्य नौकरी मिलती है और इसमें चयनित महिलाओं को प्रतिमाह ₹6000 से लेकर ₹9000 तक का वेतन दिया जाता है और इस वेतन की मदद से महिला अपना जीवन यापन सुखी तरीके से कर सकता है और आत्मनिर्भर बन सकती है।

Swayam Sahayata Samuh के फायदे.

तो अगर आप Swayam Sahayata Samuh में जुड़कर रोजगार पाना चाहते हैं तो इससे पहले आप इनसे संबंधित फायदाओं के बारे में जरूर जानना चाहते होंगे तो चलिए देखते हैं कि वह कौन-कौन से स्वयं सहायता समूह में जुड़ने के बाद हमें फायदे मिल सकते हैं।

  • देखा जाए तो स्वयं सहायता समूह की मदद से एक महिला पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाती है और इस समूह की जितनी भी महिलाएं होती है उनका सामाजिक व आर्थिक विकास होता है।
  • एक साथ समूह में काम करने वाली महिलाओं के बीच एकता और समर्पण का भाव जगता है।
  • स्वयं सहायता समूह के माध्यम से क्षेत्र में मौजूद बेरोजगार महिलाओं को रोजगार पाने का सुनहरा अवसर प्रदान होता है।
  • इस समूह से जुड़ी हुई महिलाएं न केवल अपना सामाजिक विकास कर सकता है बल्कि महिलाएं बेहतर उत्पादन से भी बेहतर आमदनी कर सकती है।
  • स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं आसानी से अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
  • स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत लगने वाली नौकरियों के माध्यम से महिलाओं को प्रतिमा ₹6000 से लेकर ₹9000 प्रति माह या इससे अधिक की वेतन भी दी जाती है।
  • स्वयं सहायता समूह से जुड़े हुए महिलाओं को राज्य सरकार या फिर केंद्र सरकार के द्वारा जितनी भी योजनाएं चलाई जाती है उनका सीधा लाभ इस समूह से जुड़ी हुई महिलाओं को प्राप्त होता है।

स्वयं सहायता समूह में रोजगार.स्वयं सहायता समूह में रोजगार

तो अगर आप सोच लिए हैं कि आपको स्वयं सहायता समूह में रोजगार पाना है तो आपको यह रोजगार आसानी से मिल सकती है लेकिन इसमें रोजगार पाने के लिए कुछ नियम और शर्ते हैं जिनके बारे में हमने इसी पोस्ट में बात की है। दोस्तों स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई महिलाएं को दो प्रकार से लाभ दिया जाता है और इससे वह अपनी बढ़ोतरी कर सकती हैं। पहले तो वह स्वयं अपने समूह की महिलाओं को सेवा देकर और दूसरा सरकार के द्वारा दी जाने वाली ऋण की मदद से किसी भी उद्योग की शुरुआत करके भी फायदा ले सकते हैं।

हमारे भारत देश में देखा जाए तो अभी तक 899.1 लाख से भी अधिक परिवार से जुड़ी हुई महिलाएं इस समूह से जुड़ चुकी है और अब तक 84 लाख से भी अधिक स्वयं सहायता समूह सक्रिय रूप से कम कर रही है। अभी तक जितने भी स्वयं सहायता समूह चल रही है उन सभी में एक सखी को नियुक्त किया जाता है और इसको मानदेय प्रतिमाह ₹2500 तक की दी जाती है। स्वयं सहायता समूह की मदद से आप जल सखी की नौकरी बिजली सखी कृषि सखी और सचिन की आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

तो चलिए जितने भी प्रकार के Swayam Sahayata Samuh में नौकरियां है और अगर आप स्वयं सहायता समूह में रोजगार करना चाहते हैं तो मैं आपको बताऊंगा कि ऐसे कौन-कौन से रोजगार हैं जिन्हें आप स्वयं सहायता समूह में कर सकते हैं और उनको पाने के लिए आपके पास कौन-कौन सी योग्यताएं होनी चाहिए और किस प्रकार से आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं इन सभी चीजों के बारे में हम काफी डिटेल में जानकारी नीचे जानते हैं।

1. समूह में अध्यक्ष की नौकरी.

स्वयं सहायता समूह में सबसे अधिक लोकप्रिय अध्यक्ष का पद होता है और इस पद को पाने के लिए महिलाएं अपने ग्राम पंचायत या फिर पंचायत स्वयं सहायता समूह का पहले से ही सदस्य होना जरूरी है। ऐसी महिलाएं जो पहले से स्वयं सहायता समूह में जुड़ी हुई है वह इस पद के लिए आवेदन कर सकती हैं और इसमें अगर देखा जाए तो महिला का शैक्षणिक योग्यता कम से कम दसवीं पास होना चाहिए।

एक स्वयं सहायता समूह को अच्छी तरह से संचालित करने के लिए एक अध्यक्ष का नियुक्ति किया जाता है जो कि स्वयं सहायता समूह को अच्छी तरह से संचालित करती है और ऐसे अध्यक्ष बनने के लिए महिलाओं को पढ़ा लिखा होना जरूरी है। देखा जाए तो स्वयं सहायता समूह का मुख्य अंग एक अध्यक्ष ही होता है। अध्यक्ष के मार्गदर्शन और निगरानी की वजह से समूह अच्छी तरह से संचालित होती है। सदस्य के जरिए ही अन्य सुविधाएं समूह के सदस्यों को दी जाती हैं इसलिए अगर आप अध्यक्ष बनना चाहते हैं तो आपको दसवीं पास होना जरूरी है।

2. स्वयं सहायता समूह में कोषाध्यक्ष का रोजगार.

हमें पता है कि अगर आप स्वयं सहायता समूह से जुड़े हुए हैं तो आपको नौकरी की जरूर ही तलाश होगी और इसलिए आप सर्च कर रहे हैं स्वयं सहायता समूह में रोजगार। स्वयं सहायता समूह में जितनी भी लेनदेन होती हैं एवं जितना भी लेखा-जोखा होता है उनका हिसाब एक कोषाध्यक्ष ही रखती है और इस नौकरी को पाने के लिए कम से कम उम्मीदवार को 12वीं पास करनी होगी और उसे थोड़ी बहुत हिसाब किताब करने का भी ज्ञान होना जरूरी है।

3. समूह में बैंक सखी की नौकरी.

ग्रामीण क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह में जितने भी वित्तीय लाभ और उनके हिसाब होते हैं उनका रखरखाव बैंक सखी के पास होता है और इसलिए यह समूह में काफी महत्वपूर्ण होते हैं। जितने भी समूह में बैंक से जुड़ी और अन्य सुविधा से संबंधित सुविधा सदस्यों को बैंक सखी ही प्रदान करती है। स्वयं सहायता समूह में बैंक सखी की नौकरी पाने के लिए कम से कम उम्मीदवार को 12वीं पास करनी होगी और इसका गठन जो है वह वरीय अधिकारी के माध्यम से होगा।

4. समूह में ग्राम संगठन सदस्य की नौकरी.

संगठन नाम से ही आपको पता चल गया होगा कि यह बहुत समूह को मिलाकर एक संगठन को तैयार किया जाता है। दोस्तों जितने भी ग्राम मैं मौजूद समूह होते हैं उन सभी को मिलाकर एक संगठन बनाया जाता है और इसी के जरिए जितने भी सदस्य हैं उनको सरकार की तरफ से दी जाने वाली लाभ को मुहैया कराया जाता है। संगठन में और संगठन को अच्छी तरह से चलने के लिए अलग-अलग पद पर महिलाओं की बहाली की जाती है जिस्म की अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और सचिन जैसे पद होते हैं और इन सभी को समूह के सदस्य के योग्यता के अनुसार ही बनाया जाता है।

5. समूह सचिव की नौकरी.

स्वयं सहायता समूह में अहम भूमिका सचिव का भी होता है और इनके चलते हैं समूह में जितने भी समस्या आते हैं उनको आगे तक एक सचिव भी पहुंचना है और जितने भी नए लाभ की जानकारी होती है वह सभी सदस्यों को देना एक सचिव का काम होता है। इस नौकरी को पाने के लिए महिला को सदस्य में पहले से ही जुड़ा होना जरूरी है।

6. समूह की मदद से मनरेगा की नौकरी.

आपने कभी ना कभी तो मनरेगा का नाम तो जरूर ही सुना होगा और मनरेगा ग्रामीण क्षेत्र में चलती हैं। और यह मनरेगा स्वयं सहायता समूह के द्वारा ही चलाया जाता है और इसमें जो लागू होते हैं वह सभी महिलाएं ही होती हैं। ऐसे बहुत सारी महिलाएं हैं जो की पढ़ी-लिखी नहीं है फिर भी उन्हें रोजगार की तलाश है तो ऐसी महिलाएं अगर रोजगार की तलाश कर रही है तो वह स्वयं सहायता समूह की मदद से मनरेगा में आसानी से नौकरी पा सकती हैं जिसमें रोजाना कार्य करने पर आपको ₹400 की मजदूरी दी जाएगी।

7. समूह में जल सखी की नौकरी.

स्वयं सहायता समूह को अच्छी तरह से संचालित करने के लिए एक जलसाखी की भी आवश्यकता होती है और स्वयं सहायता समूह में एक पोस्ट जलसाखी का भी होता है और यह पोस्ट उन्हीं लोगों को दिया जाता है जो कि स्वयं सहायता समूह में पहले से ही जुड़ा हुआ है। जल सखी की नौकरी पाने के लिए महिलाओं को कम से कम पढ़ी-लिखी होना जरूरी है और इसमें नौकरी पाने वाले महिलाओं को ₹6000 की मासिक वेतन दी जाएगी। एक जलसाखी का काम ग्राम में जितने भी हर घर जल योजना चलाई जाती हैं उनके बिल वसूली का कार्य होता है।

8. समूह में कृषि सखी की नौकरी.

स्वयं सहायता समूह में कृषि सखी को स्वयं सहायता समूह ही चयनित करती है। कृषि सखी में वैसी महिलाओं को चयन करता है जो महिलाओं थोड़ी बहुत पढ़ी-लिखी हो और उसे खेती करने का हुनर भी होता हो तो ऐसी महिलाओं को स्वयं सहायता समूह में कृषि सखी की नौकरी दी जाती है। आप मैसेज से बहुत सारे महिलाओं के जो की खेती तो करते हैं लेकिन सही समय पर मालूम नहीं होता है की फसल खराब होने पर हमें कौन सी दवाई देनी होती है एवं उसका रखरखाव किस प्रकार से करना है तो इन सभी चीजों की जानकारी आप कृषि सखी के माध्यम से ले सकते हैं। और कृषि सखी आप स्वयं सहायता समूह की मदद से ही बनेंगे।

9. समूह में पशु सखी की नौकरी.

पहले स्वयं सहायता समूह में पशु सखी नहीं हुआ करती थी यह हाल फिलहाल में सरकार ने स्वयं सहायता समूह में पशु सखी को भी जोड़ा है। अब जो इच्छुक महिला है जो कि पशु सखी बनना चाहते हैं वह आसानी से इसके लिए समूह की मदद से आवेदन कर सकते हैं। एक पशु सखी का कार्य पशु से संबंधित नहीं होता है और इसमें आपको सबसे पहले प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा और अपने क्षेत्र में जितने भी पशुपालक हैं उनका लाभ पहुंचाना होगा। यानी पशु से संबंधित जितने भी कार्य हैं उनको आपको देखभाल करनी होगी।

10. समूह में बिजली सखी की नौकरी.

अगर आप स्वयं सहायता समूह में रोजगार पाना चाहते हैं तो आप बिजली सखी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। अगर आपने 12वीं पास कर लिया है और आप थोड़ी बहुत पढ़ी लिखी हैं तो समूह के माध्यम से बिजली सखी के लिए आवेदन कर सकते हैं इसमें आपका एग्जाम होगा और एग्जाम के बाद आपसे इंटरव्यू लिया जाएगा। उसके बाद जो महिला पास हो चुकी है उसे प्रशिक्षण देकर ग्रामीण क्षेत्र में भेजा जाएगा।

अब एक बिजली सखी का कार्य होता है कि ग्रामीण इलाके में बिजली बिल का भुगतान और जितने भी मीटर रीडिंग से कार्य होते हैं उन सभी का देखभाल करना और उनकी शिकायतों से निपटा। तो अगर आप स्वयं सहायता समूह में रोजगार पाना चाहते हैं तो बिजली सखी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

नोट – जितनी भी नौकरियां है अगर आप इसे पाना चाहते हैं तो आपको स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ही आवेदन करना होगा। यह सभी नौकरियां आपको स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ही मिलेगी।

Calculation.

उम्मीद है कि आज का हमारा यह लेख स्वयं सहायता समूह में रोजगार कैसे पाए से संबंधित पोस्ट आपको पसंद आया होगा और मैं इस पोस्ट में Swayam Sahayata Samuh में जितनी भी नौकरियां मिलती हैं उन सभी के बारे में बताया है और अगर आप ऐसी नौकरियां को पाना चाहते हैं तो आपको स्वयं सहायता समूह में पहले से ही जुड़ना होगा और उसके बाद इन सभी नौकरियां के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

अगर आपको इस टॉपिक से संबंधित किसी भी तरह का सवाल हो तो उसे आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और चलते-चलते इस पोस्ट को सोशल मीडिया हैंडल पर जरूर शेयर करते जाएं और व्हाट्सएप पर अपने प्रिय जनों के साथ जरूर शेयर करें।

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